Parvesh verma, "The face wo delhi CM?"
परवेश वर्मा का जन्म 7 नवंबर 1977 को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा और साहिब कौर के घर हुआ। उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल और किरोरी मल कॉलेज से पढ़ाई की, और फोर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से MBA किया। उनके चाचा आजाद सिंह उत्तरी दिल्ली के मेयर रहे और 2013 विधानसभा चुनाव में मुंडका से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा।
परवेश साहिब सिंह जो दिल्ली के मुंडका गांव से आते हैं। वह भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के सदस्य हैं और पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुके हैं। 2014 में उन्होंने 16वीं लोकसभा में चुनाव जीता और 2019 में 17वीं लोकसभा में भी जीत हासिल की। 2019 में वह दिल्ली के इतिहास में सबसे बड़े वोटों के अंतर से जीते, कुल 578,486 वोटों के अंतर से। परवेश साहिब सिंह वर्मा संसद की दो प्रमुख समितियों, वित्त समिति और अनुमान समिति, के सदस्य रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने सांसदों के वेतन और भत्तों पर गठित संयुक्त समिति में भी कार्य किया और अपने पहले कार्यकाल में शहरी विकास पर स्थायी समिति के सदस्य रहे। 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्होंने महरौली विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार के रूप में भाग लिया और दिल्ली विधानसभा के स्पीकर योगानंद शास्त्री को हराकर चुनाव जीतने में सफलता प्राप्त की। परवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के पुत्र हैं।
उन्होंने 2014 में पश्चिम दिल्ली से लोकसभा चुनाव जीता और सांसद बने। वह संसद की अनुमान और वित्त समितियों के सदस्य हैं। 2013 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने महरौली से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने पश्चिम दिल्ली से रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत हासिल की। 2019 में, उन्होंने दिल्ली में सबसे बड़े वोटों के अंतर से जीतने का रिकॉर्ड तोड़ा।
परवेश वर्मा ने 2025 दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नई दिल्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा है और इन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री को हरा दिया हैं जो के अपनेआप मे चौकाने वाली बात हैं यही बड़ा कारण हैं जिस वजह से दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में सबसे बड़ा चेहरा इन्ही को माना जा रहा है।
Controversies
हालांकि कुछ Controversies भी परवेश वर्मा के साथ रही है।
2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान, परवेश वर्मा ने शाहीन बाग विरोध प्रदर्शन में शामिल लोगों से खुले तौर पर कहा कि अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी, तो वह एक घंटे के भीतर उन्हें हटा देंगे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बयान दिया कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों जैसे मुसलमान "हिंदू घरों में घुसकर हमारी बहनों और बेटियों के साथ बलात्कार करते हैं।"
2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण से पहले, परवेश वर्मा ने राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी से भाजपा के साथ चुनाव बाद गठबंधन करने का प्रस्ताव रखा, जब उन्होंने पश्चिमी यूपी के जाट नेताओं के साथ गृह मंत्री अमित शाह की बैठक आयोजित की। वर्मा ने मीडिया से कहा कि जयंत ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन कर "गलत घर" को चुना है।