इग्लू एक खास तरह का घर होता है, जिसे ठंडी जगहों पर रहने वाले इनुइट (Eskimo) लोग बनाते हैं। यह पूरा बर्फ से बना होता है, फिर भी इसके अंदर ठंड नहीं बल्कि गर्मी बनी रहती है।
अब सवाल यह है कि जब इग्लू खुद बर्फ का बना होता है, तो यह अंदर से ठंडा क्यों नहीं होता? इसका जवाब विज्ञान में छिपा है। इस लेख में हम इग्लू की खास बनावट और इसके अंदर गर्मी बने रहने के कारणों को आसान भाषा में समझेंगे।
इग्लू एक गुंबद (Dome) के आकार का छोटा घर होता है, जिसे बर्फ के बड़े-बड़े टुकड़ों से बनाया जाता है। यह खासकर बर्फीले इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए एक सुरक्षित और गर्म आश्रय (Shelter) होता है।
इग्लू तीन प्रकार के होते हैं:
बर्फ ठंडी जरूर होती है, लेकिन उसमें छोटे-छोटे हवा के बुलबुले होते हैं। ये बुलबुले ठंड को अंदर आने से रोकते हैं और गर्मी को बाहर निकलने नहीं देते। इसी कारण इग्लू का अंदरूनी हिस्सा ठंडा नहीं होता।
इग्लू के अंदर रहने वाले लोग खुद भी गर्मी पैदा करते हैं।
इग्लू का गोल आकार इस तरह से बना होता है कि गर्मी पूरे घर में अच्छी तरह से फैल सके और ठंडी हवा बाहर ही रहे।
जब इग्लू के अंदर लोग रहते हैं, तो अंदर की दीवारें हल्की-हल्की पिघलती हैं और फिर जम जाती हैं। इससे एक चिकनी बर्फ की परत बन जाती है, जो इग्लू को और ज्यादा गर्म बनाए रखती है।
इग्लू का दरवाजा हमेशा छोटा और झुका हुआ बनाया जाता है ताकि ठंडी हवा आसानी से अंदर न आ सके।
इग्लू एक अनोखा घर है, जो विज्ञान और प्रकृति के नियमों का बेहतरीन उपयोग करता है। बर्फ से बना होने के बावजूद, यह अंदर से गर्म रहता है क्योंकि बर्फ एक अच्छा इन्सुलेटर है, शरीर की गर्मी अंदर बनी रहती है, और इसकी गोल बनावट तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती है।
यह दिखाता है कि इंसान ने अपने माहौल के अनुसार जीने के लिए कितनी समझदारी से समाधान निकाले हैं। आज भी वैज्ञानिक इग्लू की इस तकनीक से प्रेरणा लेकर नई इन्सुलेशन तकनीकों का विकास कर रहे हैं।
Writer by,
Aman pandey