Hyderabad Madhvi Murder Case:
हैदराबाद के मीरपेट इलाके का एक मकान इन दिनों सुर्खियों में है, खासकर उस घर का किचन, जहां बिखरे हुए बर्तनों के बीच एक बड़ा सा प्रेशर कुकर रखा था। इस प्रेशर कुकर को देखकर कोई भी नहीं सोच सकता था कि ये एक वीभत्स घटना का हिस्सा हो सकता है.
पी वेंकटा माधवी, जो 35 साल की हाउसवाइफ थी, 16 जनवरी को अचानक गायब हो गई। वो हैदराबाद के मीरपेट इलाके में अपने परिवार के साथ रहती थी, जबकि उनका असली घर आंध्र प्रदेश के नांदाल जिले में था। माधवी की गायब होने की खबर के बाद उसके परिवार ने उसे ढूंढने की हर मुमकिन कोशिश की, लेकिन कुछ दिनों बाद जो हकीकत सामने आई, उसने सभी को चौंका दिया। माधवी की शादी 13 साल पहले गुरुमूर्ती से हुई थी. 45 साल से कार्यरत गुरुमूर्ती ने इंडियन आर्मी से रिटायरमेंट लिया फिर अपने परिवार के साथ हैदराबाद में सेटल हो गया।
सबकुछ अच्छा चल रहा था लेकिन 16 जनवरी को वो अपने घर से गायब हो गई। माधवी फोन पर अक्सर अपने माता-पिता और रिश्तेदारों से बात किया करती थी, और किसी भी तरह की परेशानी या घबराहट का संकेत नहीं दिया था। लेकिन फ़ोन स्विच ऑफ होने के घटना ने सबको चौंका दिया, क्योंकि वह हमेशा अपने संपर्क में रहती थी और किसी से दूर जाने का कोई इरादा नहीं था। परिवार के लिए यह स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई, क्योंकि माधवी का कोई पता नहीं चला।
माता-पिता ने अपने दामाद से माधवी के बारे में पूछा, परन्तु दामाद में बताया के मेरा कुछ दिन पहले माधवी से झगड़ा हो गया जिससे वो नाराज होकर घर छोड़ कर चली गई .
लाचार होकर माता-पिता ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज़ कराई।
माधवी से सम्पर्क न होने के हताश में उन्होंने मीरपेट थाने में रिपोर्ट दर्ज़ कराई । चुकी माधवी आखिरी बार दामाद के सम्पर्क में थी तो ऐसे में पुलिस ने माधवी के माता-पिता से सवाल जवाब करने के साथ-साथ गुरुमूर्ति से भी पूछताछ करने का फैसला किया।
पति से पूछताछ करने पर गुरुमूर्ति ने जो कुछ कहा, उसे सुनकर खुद पुलिस का भी रौंगटे खड़े हो गए। गुरुमूर्ति ने कहा के उसने अपने पत्नी की हत्या कर दी और लाश को भी ठिकाने लगा दिया है। पुलिस सूत्रों के माने तो गुरुमूर्ति ने 16 जनवरी को ही उसने पहले माधवी से हुए झगड़े के वजह से उसकी जान ले ली और फिर उसकी लाश को टुकड़ों में काट डाला. जब ये वारदात हुई उनके दोनों बच्चे घर में नहीं। इस वारदात के अंजाम देते समय बच्चे घर पर मौजूद नहीं थे। बच्चे अपने बुआ के यहाँ गए थे।
गुरुमूर्ति ने सुनाई दिल दहला देनी वाली दस्ता
पुछताछ में गुरुमूर्ति ने बताया के माधवी को मरने के बाद उसके शव को छोटे छोटे टुकड़े कर डाले परन्तु हड्डियों के वजह से पैक करना मुश्किल हो रहा था। इसलिए उसने मसाला पिसने वाले मुसल से हड्डियों को चूर चूर कर बैग में पैक करके उसको पानी में ले जाके फेक आया जो हड्डियाँ नहीं नहीं आई उन्हें चूर चूर कर प्रेसर कुकर में डाल कर पकाया फिर फिर उसे पानी में ले जेक फेक दिया।
गुमशुदगी का मामला मान रही है पुलिस
सबूत के मामले में पुलिस के हाथ सिर्फ एक गुरुमूर्ति का बयान के अलावा बिल्कुल खाली हैं। फ़िलहाल के लिए पुलिस सूत्रों को सीसीटीवी फुटेज की सूरत में कुछ ऐसे तथ्य हाथ लगें है जो इस केस के रहस्य को और बढ़ा रहे हैं। फ़िलहाल पुलिस इसे गुमशुदा का मामला मानकर चल रही है।