पानी हमारे जीवन के लिए बहुत जरूरी है। नदियों, झीलों और बांधों (डैम) से हमें पानी मिलता है, जिससे बिजली बनाई जाती है, खेतों में सिंचाई होती है और पीने के लिए पानी भी मिलता है। लेकिन डैम का सही तरह से संचालन बहुत जरूरी होता है।
जब बारिश ज्यादा होती है और पानी का स्तर बढ़ जाता है, तो डैम का गेट खोलना पड़ता है। यह काम बहुत खतरनाक होता है, क्योंकि इसमें जरा-सी गलती भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। दुनिया में कई जगह डैम खोलते समय दुर्घटनाएँ हुई हैं, जिसमें लोगों की जान चली गई।
इस लेख में हम जानेंगे कि डैम खोलने का काम इतना खतरनाक क्यों होता है, इससे जुड़े जोखिम क्या हैं और इसे करने वाले लोगों को किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
डैम का काम बारिश के पानी को जमा करना और जरूरत के हिसाब से उसे छोड़ना होता है। जब पानी का स्तर बहुत बढ़ जाता है, तो डैम खोलना जरूरी हो जाता है, ताकि पानी किसी और रास्ते से न फैल जाए।
अगर डैम का पानी समय पर नहीं निकाला गया, तो यह बाढ़ का कारण बन सकता है और कई गाँव और शहर डूब सकते हैं। लेकिन गेट खोलते समय सावधानी जरूरी होती है, क्योंकि यह काम बहुत जोखिम भरा होता है।
डैम खोलने से पानी की तेज धार नीचे गिरती है, जिससे टरबाइन घूमती हैं और बिजली बनती है। इसलिए डैम खोलना और बंद करना एक बहुत जरूरी काम होता है।
डैम का पानी खेतों की सिंचाई और लोगों के पीने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। सही समय पर डैम खोलना और बंद करना किसानों और आम लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
डैम से निकलने वाला पानी बहुत ताकतवर होता है। अगर कोई गलती से उसके पास चला जाए, तो वह पानी की तेज धारा में बह सकता है और बच पाना बहुत मुश्किल हो जाता है।
अधिकतर डैम ऊँचाई पर बनाए जाते हैं। वहाँ जाकर गेट खोलना एक जोखिम भरा काम होता है। बारिश या नमी के कारण फिसलने का खतरा हमेशा बना रहता है।
डैम खोलने के लिए बड़े-बड़े लोहे के गेट होते हैं, जिन्हें हाइड्रोलिक मशीनों से खोला जाता है। अगर मशीन खराब हो जाए, तो कर्मचारियों को इसे हाथ से खोलना पड़ता है, जिससे जान को खतरा हो सकता है।
डैम में हाई-वोल्टेज बिजली के उपकरण होते हैं। पानी और बिजली का संपर्क हो जाए, तो करंट लगने से जान जाने का खतरा रहता है।
अगर अचानक बहुत ज्यादा बारिश हो जाए और डैम पहले से ही भरा हो, तो उसे खोलना बहुत खतरनाक हो जाता है। तेज जल प्रवाह से मिट्टी का कटाव हो सकता है और भूस्खलन जैसी घटनाएँ हो सकती हैं।
कई बार डैम को आपात स्थिति में रात में खोलना पड़ता है। अंधेरा होने की वजह से सही तरीके से देख पाना मुश्किल होता है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
कुछ डैम के नीचे जैविक तत्व सड़ने से जहरीली गैसें निकलती हैं, जो कर्मचारियों के लिए खतरनाक हो सकती हैं।
तेज बारिश के कारण चीन में यह डैम टूट गया और लगभग 1,71,000 लोग मारे गए।
गुजरात के मच्छू डैम में भारी बारिश के कारण डैम का गेट खोलना मुश्किल हो गया और वह टूट गया। इस हादसे में 25,000 से ज्यादा लोगों की जान चली गई।
पेंसिल्वेनिया में यह डैम टूटने से 2,200 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
आजकल कई डैम में रिमोट से चलने वाले गेट लगाए जा रहे हैं, ताकि कर्मचारियों को वहां जाने की जरूरत न पड़े।
डैम पर काम करने वाले कर्मचारियों को सेफ्टी बेल्ट, लाइफ जैकेट, हेलमेट और मजबूत जूते पहनने चाहिए।
डैम खोलने वाले कर्मचारियों को हर स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए, ताकि वे किसी भी समस्या का सामना कर सकें।
डैम खोलने से पहले मौसम की जानकारी लेना जरूरी होता है, ताकि किसी भी आपदा से बचा जा सके।
हर डैम पर बचाव दल होना चाहिए, जो किसी भी दुर्घटना के समय तुरंत मदद कर सके।
डैम खोलने का काम दुनिया के सबसे खतरनाक कार्यों में से एक है। यह न सिर्फ कर्मचारियों के लिए, बल्कि आसपास के गाँवों और शहरों के लिए भी खतरा पैदा कर सकता है। इसलिए इस काम को करने वाले लोगों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना बहुत जरूरी है।
अगर सही तकनीक, सावधानी और सुरक्षा के नियमों का पालन किया जाए, तो इस खतरनाक काम को भी सुरक्षित रूप से किया जा सकता है।
Writer by,
Aman Pandey
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