क्या आप जानते हैं कि मुंबई की एक लोकल ट्रेन को भूतिया कहा जाता है? एक भयानक आग ने इसे शापित बना दिया…
ये घटना साल 1950 की है। एक लोकल ट्रेन मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) से चल रही थी, लेकिन सफर के बीच ट्रेन में भीषण आग लग गई। कई यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई।
एक आम दिन था, जब छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (CST) से एक लोकल ट्रेन रोज़ की तरह अपनी रफ्तार में चली थी। लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि ये सफर कितना खौफनाक मोड़ लेगा। ट्रेन ने जैसे ही सफर शुरू किया, कुछ ही समय बाद उसमें अचानक आग लग गई।
ये आग इतनी तेज़ थी कि यात्रियों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। दर्जनों लोगों की मौत मौके पर ही हो गई। कुछ लोग ट्रेन से कूदकर जान बचाने में कामयाब हुए, लेकिन कई लोग वहीं जलकर राख हो गए।
कहते हैं, कई लोगों की आत्माएं ट्रेन में ही फंस गईं और वो आज भी इस ट्रेन में सफर करती हैं
उस हादसे के बाद, जिस कोच में सबसे ज्यादा मौतें हुईं, उसे दोबारा मरम्मत करके ट्रेनों में जोड़ दिया गया। लेकिन तभी से उस कोच में अजीब घटनाएं होने लगीं।
रात के वक्त जब ट्रेन खाली होती है, गार्ड्स और क्लीनिंग स्टाफ ने बताया है कि वो उस कोच में अनदेखी परछाइयों को घूमते हुए देखते हैं। दरवाजे अपने आप खुलते और बंद होते हैं, जबकि बिजली या हवा का कोई कारण नहीं होता। कभी-कभी सीटों पर बैठे हुए लोगों की परछाइयां दिखती हैं — लेकिन जब पास जाकर देखा जाता है, तो वहां कोई नहीं होता।
रात के समय जब ये ट्रेन खाली होती है, तो कई यात्रियों और गार्ड्स ने अजीब घटनाएं महसूस की हैं—खुद-ब-खुद खुलते-बंद होते दरवाजे, सीटों पर अनदेखी परछाइयां और अचानक ठंडी हवाएं!
एक बार, एक टिकट चेकर ने बताया कि उसने एक आदमी को बिना टिकट सफर करते देखा। जब उसने उससे टिकट मांगा, तो वो मुस्कराया और ट्रेन से गायब हो गया!
क्या ये सच में भूतों की ट्रेन है या सिर्फ एक अफवाह? यह सवाल आज भी अनसुलझा है… लेकिन मुंबईकर आज भी इस ट्रेन में रात को सफर करने से डरते हैं!
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