चलिए जानते है ।
समुद्र की गहराई काफी हैरान कर देने वाली होती है , और जिस पॉइंट पर टाइटेनिक का मालवा है , उसकी गहराई 3 किलोमीटर से भी ज्यादा है , और इंसानों द्वारा खोजा गया डिप्रेस्ड पॉइंट 11,000 मीटर माना जाता है , जिसे चैलेंजर दीओब के नाम से भी जानते है , उसको आप इस तरह से भी समझ सकते है , कि अगर यहां पर माउंट एवरेस्ट को उल्टा कर दिया जाए , तो भी इस गहराई को टॉच नहीं कर पाएगा, अब सवाल ये आता है कि आखिर इतने विशाल ऑयल रिग्स प्लेटफार्म को यहां पर बनाया जैसे जाता है ,
दरअसल करीब 500 मीटर गहराई तक ऐसे स्टील स्ट्रक्चर का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इससे ज्यादा गहराई पर फ्लोटिंग प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जाता है, जिससे ये ऑयल रिग्स तैरते रहते है , और इनके बेस को ओसेन के फ्लोर से प्रॉपर्ली एंकर से बांध लिया जाता है ,