जब आप नाक के अंदर उंगली डालते हैं, तो आपकी उंगली नाक के भीतर मौजूद नाजुक त्वचा को नुकसान पहुँचा सकती है।
नाक की अंदरूनी लाइनिंग छोटी-छोटी रक्त वाहिकाओं (ब्लड वेसल्स) से भरी होती है, जो आसानी से क्षतिग्रस्त हो सकती हैं।
अगर आप बार-बार नाक में उंगली डालते रहेंगे, तो वहाँ छोटी-छोटी कट लग सकती हैं, जो जल्दी ठीक नहीं होतीं।
समय के साथ ये कट नाक के बीच की दीवार (सेप्टम) को कमजोर कर सकती हैं।
अगर नुकसान अधिक हो गया, तो नाक के बीच में छेद (सेप्टल परफोरेशन) हो सकता है।
यह छेद साँस लेने में दिक्कत पैदा कर सकता है, नाक से खून बह सकता है, और कई बार सर्जरी की भी जरूरत पड़ सकती है।